Thursday ,21st November 2024

अध्यक्ष को मिले पावर से बोखलायॅ पारस जैन मानने से किया इंनकार

दिल्ली ने बढाये गये 6 माह का आदेश लिया वापस मार्च तक चुनाव करवाने के दिये निर्देश

स्काउट में अनिमित्ता को दौर शुरू –

झोला छाप की कलम से

सुत्रों के हवाले से जानकारी मिली की इन दिनो भारत स्काउट एंव गाइड में पारस जैन द्वारा लगातार अनियमित्ता की जा रही है पहले जनवरी 21 में होने वाले स्काउट/गाइड चुनावों को स्काउट/गाइड के दिल्ली मुख्यालय से बढवाकर जुलाई 2021 करवाया गया । अध्यक्ष अर्गल कि शिकायत पर आदेश हुआ निरस्त पारस जैन ने 12 से 13 अपने समुदाय के लोगो को संस्था में मनोनीत एंव नियुक्ति किया ज्ञात हो की संस्था के चार्टड एकाउंटेंट श्री हेमतं जैन एंव सहायक आयुक्त राजीव जैन है जो बाल आयोग के सदस्य है ।

पारस जैन द्वारा उज्जेैन के व्यक्तियों को अधिक महत्व एंव स्टाफ नियुक्ति को लेकर अध्यक्ष द्वारा आपत्ति ली गई ,जिसके चलते उन्होने अध्यक्ष को की बातों को मानने से इनंकार कर दिया पारस जैन 4से 5  लोगो की नियुक्ति आउटसोर्स से कर रखी है जिसका भुगतान भारत स्काउट गाइड करता है । उज्जैन मे 4 बाबु पदस्थ 2 चपरासी अन्य संभागो मे केवल 1 या 2 ।

जैन ने की बोखलाहट हाल ही मे किये गये स्काउट/गाइड के नियमों के परिवर्तन से बढ गई जिसमें नियुक्तियों में अध्यक्ष के परामर्श एंव राय को आवश्यक कर दिया गया । किंतु जैन ने उन नियमों को ना मानते हुये पहले राज्य संगठन आयुक्त के पद पर इंदौर के मे पदस्थ कनिष्ट अधिकारी हरिदत्त शर्मा को भोपाल लाकर पदस्थ किया फिर राज्य सचिव के पद पर नियुक्ति आर.के. त्रिवेद्वी जो की शिक्षा विभाग द्वारा पदस्थ किये गये थे को हटाने के लिये शिक्षा मंत्री को नोटशीट भेजी जिसके चलते त्रिवेद्वी को हटा दिया गया । इस बीच अध्यक्ष अर्गल ने शिक्षा मंत्री को पत्र लिखा की किसी अन्य शासकीय अधिकारी की नियुक्ति कर दि जावे । तो आनफानन में नियमों को ताक पर रखकर अशोक जनविदे सेवानिवृत्त की नियुक्ति कर दी ,अशोक जनविदे राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी है और उनकी आयु शासकीय रिकार्ड अनुसार लगभग 67 है ज्ञात हो की स्काउट/गाइड की अनुदान नियमावली में और शासन में 65 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति को नियुक्ति का प्रावधान नही है किंतु अध्यक्ष की बातो को ना मानते हुये नियुक्ति कर दी  गई ,जिसकी शिकायत हेतू अध्यक्ष ने स्काउट/गाइड के राष्ट्रीय संगठन में की है ।अर्गल ने उनको मिले अधिकारों की जानकारी लिखित मे पारस जैन को भेजी ,लेकिन उसको मानने से पारस जैन ने इंनकार कर दिया । पारस जैन हाल ही मंत्री मंडल मे जगह ना मिलने से पार्टी से नाराज चल रहे है स्काउट/गाइड के दिल्ली मुख्यालय ने संज्ञान मे लेते हुये तत्काल बढाये 6 माह की अवधि को निरस्त कर मार्च तक चुनाव करवाने के निर्देश दिये गये है और अध्यक्ष के अधिकारों को मानने के निर्देश दिये है जानकारी मिली है कि पारस जैन और अर्गल के बीच दरार का मुख्य कारण राजीव जैन है जो आजकल संस्था की गतिविधियों में अधिक रूचि ले रहे है पारस जैन 6 माह से कार्यालय नही आये और अपने सारे अधिकार राजीव जैन को सौप दिये अब संस्था को राजीव जैन ,पारस जैन की अनुपस्थित संचालित कर रखे है उनके व्यवहार से कर्मचारीयों में काफी रोश है साथ ही हर कार्य में दखल देकर अपने समुदाय के लोगो को काम देने के लिये दबाब बनाते है वर्तमान मे पुरा काम पारस जैन के स्थान पर राजीव जैन कर रहे है जो अर्गल को पंसद नही ,ज्ञात हो की हाल ही में राजीव जैन ने अर्गल को काफी बुराभला कहा और संगठन मे शिकायत करवा दी की वे परेशान कर रहे है राजीव जैन नवंबर में सेवानिवृत्त होने वाले प्रशिक्षण आयुक्त बनवारीलाल शर्मा को बचाने मे लगे है जिनके उपर सागर संभाग की लाखों रू की राशि बकाया है संस्था के पदाधिकारीयों पर दबाब बनाये रहे है कि उसे माफ किया जावे ,राजीव जैन खुलेआम राज्य की बैठक में खुले आम 35 प्रतिशत कमिशन की मॉंग विज्ञापन लाने के लिये करते है जबकि वे संस्था में सेवाभाव से जुडे होने का दावा करते है हाल ही उन्होने कोविड 19 की आड मे अपनी पसंद की कई प्राईवेट एन0जी0को स्काउट/गाइड के नाम पर सहायता भेजी ,जबकि भोपाल मे संचालित भोजनशाला में स्काउट के बच्चे अन्य लोगो से सहायता मॉंगते रहे ,वही गॉंधीनगर मे स्काउट/गाइड के बनवारीलाल शर्मा अन्य एन0जी0ओ0की मदद कर रहे थे । ज्ञात हो की पारस जैन पहले भी अपने अधिकार अपने निज सहायक को दे चुके है । बुधवार को होने वाले  राज्य परिषद की स्काउट/गाइड की बैठक में हंगामा होने के पुरे आसार है ।

भारत स्काउड गाईड एक मर्यादित संस्था है यहाँ कोई हंगामा नहीं होता ,भारत स्काउड गाईड में नियम बने है बिना नियम के कोई कार्यवाही नहीं होती कार्यकाल बिना नियम के बढ़ा इस लिए वापस ले लिया। पारस जैन राज्य स्टेट चीफ कमिश्नर है में अध्यक्ष हु उन्हें मुझसे सलहा लेनी चाहिए उन्हें मुझसे पूछना था की में कार्य करने में असमर्थ हूँ। मेरा कार्य नियम अनुसार किसी और को सौपा जाये लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया और नियम अनुसार राज्य आयुक्त को ये क्रय दिया जाना था लेकिन उन्होंने बिना सलहा लिए राज्य सहायक आयुक्त को दे दिया नियम अनुसार ये गलत है। राजीव जैन ने क्या किया क्या नहीं किया मुझे नहीं मालूम प्रसाशनिक काम पारस जैन जी देखते है में नहीं उन्होंने क्या किया क्या नहीं किया मुझे नहीं मालूम।

         अशोक अर्गल

अध्यक्ष भारत स्काउड एंड गाइड मध्यप्रदेश

 

 

Advertise Comments 0


Total Hits : 295310