अमरवाड़ा केंद्र और राज्य सरकार लगातार किसानों के लिए अनेकों योजनाएं लाती है परंतु अमरवाड़ा कृषि मंडी लाखा लाखों रुपए के बने टीन सेट शोभा की सुपारी बनकर रह गए हैं कृषि में आधारित विधानसभा क्षेत्र पर अधिकारियों के लापरवाही के चलते किसानों योजनाओं लाभ नहीं मिल रहा महीने हो गए परंतु अभी तक मंडी चालू नहीं है जिसके कारण किसान व्यापारियों के पास पहुंचते हैं और मनमांगे रुपए व्यापारी लूटते हैं कहीं ना कहीं मंडी अधिकारी और व्यापारियों की मिलीभगत से किसानों का अनहित ही हो रहा है।
अमरवाड़ा मंडी सचिव का पद ग्रेडर के पद में पदस्थ है इस केअलावा अतिरिक्त प्रभार नरसिंहपुर जिले पर है जो अमरवाड़ा से लगभग 70 किलोमीटर की दूरी तय करता है मंडी सचिव अमरवाड़ा और नरसिंहपुर दोनों ही जगह के प्रभार देख रहे हैं यही कारण है कि किसानों को पूर्णता लाभ नहीं मिल पा रहा इसी कारणों से अमरवाड़ा में अनुपस्थिति सचिव की रहती है अखिल भारतीय गोंडवाना गणतंत्र पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बताया कि राज्यपाल एवं प्रदेश मुख्यमंत्री के नाम आवेदन कर दिया गया है जल्द ही कृषि उपज मंडी नहीं खुलती है तो उग्र आंदोलन किसानों के साथ मिलकर किया जाएगा क्योंकि अमरवाड़ा विधानसभा कृषि पर आधारित है और समस्त किसान मंडी पर आधारित है।
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