मैहर:हम बात सरला नगर में स्थित सीमेंट प्लांट की कर रहे हैं,जिसने लोगो की सेहत को तो बिगाड़ दिया है और रोजगार से भी वंचित रखा है,आज 40 वर्षो से पर्यावरण की क्षति यह सीमेंट प्लांट कर रहा है इसमें कोई दोहराए नही है,मैहर के विख्यात पहाड़ में एक जिसे लोग कैमोरी पहाड़ कहते है जिसे आज 40 वर्षो से सरलानगर में स्थित सीमेंट प्लांट पीड़ा दे रहा है,जिसकी पीड़ा का अंदाजा न शासन को है और न ही वन विभाग को,इस पीड़ा का असर आसपास के दर्जनों गांवों की आवो हवा पर पड़ रहा है बड़े बड़े धूल के कण लोगो को स्वास लेने पर अंदर जा रहे है दिन प्रतिदिन प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है जिसे लेकर न सरकार चिंतित है और न ही प्रशासन, लोगो का कहना है अल्ट्राटेक में चौथा प्लांट बैठ रहा है जिसकी लोक सुनवाई चार दीवार के अंदर हुई और अब तैयारी बड़ी तेजी से हो रही लेकिन इसका प्रभाव पर्यावरण पर क्या पड़ेगा इस पर चिंता किसी ने जाहिर नही की, पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कार्य करने वाले लोगों का मानना है कि मैहर सीमेंट वर्क्स अल्ट्राटेक फैक्ट्री में चौथे प्लांट लगने से जितने लोगों को रोजगार नहीं मिलेगा,कहते है रोजगार के लिए बाहरी लोग आए है। उससे कई गुना अधिक क्षेत्र की जनता को नुकसान उठाने के लिए तैयार रहना होगा। उनका कहना है कि सरकार को पर्यावरण सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अपने कदम वापस लेने चाहिए,और तत्काल पर्यावरण को क्षति पहुंचाने वाले कारणों को सीज कर देना चाहिए,लेकिन ऐसा होना मुश्किल ही नहीं नमुमकिन है,क्यों की सरकार में बैठे लोग दिल्ली से ज्यादा प्रदूषण फैलाना चाहते है ताकि लोगो के लिए अलग अलग फंड निकाल कर घोटाला कर सके,प्रशासन भी सरकार में बैठे लोगो के इशारों में प्रदूषण द्वारा उत्पन्न विकट विकराल स्थिति का इंतजार कर रहा है|
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