हरदा: डेडगांव माल पंचायत भवन में लटकता रहता है ताला, भटकते है ग्रामीण राजेन्द्र बिल्लौरे, कीर्तन ओनकर हरदा। हरदा।हरदा जिले की जनपद पंचायत खिरकिया अंतर्गत स्थित ग्राम पंचायत डेडगांव माल में सरपंच, सचिव और सहायक सचिव के मिलने का कोई समय नहीं है। डेडगांव माल पंचायत अंतर्गत निवासरत ग्रामीणों के कोई भी कार्य क्यों? नही हो रहे यह एक सवाल बना हुआ है।ग्रामीण पंचायत के चक्कर ही काटते रह जाते हैं। क्योंकि पंचायत भवन में किसी का मिलना तो नामुमकिन है। जनता ने अपना बहुमूल्य वोट देकर अपनी सुविधा के लिए पंचायत के प्रतिनिधि का चयन करता है, लेकिन जनता की सहूलियत के लिए कार्य करने वाले ही अपनी सहूलियत का कार्य कर रहे,फिर चाहे जनता का काम हो या न हो। पंचायत भवन में हमेशा ताला लटकता ही दिखाई देता है।ग्रामीण सखाराम मंडलोई, संदीप नागौरे ने बताया कि सरपंच के हस्ताक्षर के लिये भी सरपंच को ढूंढना पड़ता है। कभी घर पर मुलाकात होती है तो कभी नहीं मिलता है। लोगों के काम पंचायत भवन में लगे ताले की तरह लटकते रहते है। दामोदरपुरा के ग्रामीण आज भी पेयजल संकट से जूझ रहे जनपद पंचायत खिरकिया विकासखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल समस्या विकराल होती जा रही है। बारिस के दिनों में हैंडपंप शो पीस बनकर रह गए हैं। ऐसे में सरकार और विभाग का दावा छलावा साबित होता नजर आ रहा है। बारिश के दिनों में ही डेडगांव माल पंचायत के गांव दामोदरपुरा में अभी से पेयजल संकट गहराने लगा है।तो गर्मी के दिनों में क्या हाल होंगे यह एक सवाल बना हुआ है। सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण हैंडपंप पर पानी के लिए लाइन लगा रहे हैं। लेकिन बड़ी मुश्किल से 2-4 कुप्पे पानी मिलता है।फिर हैंडपंप दम तोड़ देता है।ग्रामीण लोग पानी के लिए इधर-उधर भटकते है। यह ग्रामीणों के लिये रोज की समस्या बनी हुई है।इनको देखने और सुनने वाला कोई नही है। ग्रामीण सखाराम मंडलोई, संदीप नागौरे, शेखर गुर्जर, गेंदालाल भिलाला, काशीराम बामने ने मीडिया को बताया कि हमने पानी की समस्याओं को लेकर पंचायत सरपंच सचिव को कई बार बोल दिए हैं लेकिन अभी तक समस्याएं जस की तस बनी हुई है। ग्रामीणों ने बताया कि अगर ग्राम पंचायत द्वारा नल जल योजना के तहत पानी मिल जाए तो ग्रामीणों को सुविधाएं होगी।वही जल संकट को दूर करने को लेकर प्रशासन गंभीर नहीं है। गर्मी के दिन अभी दूर है इसके बावजूद भी ग्रामीण जल संकट से लोग परेशान हो रहे हैं। प्रशासन को भी इस ओर ध्यान देना चाहिए। लोग किस तरह प्यास बुझा रहे एक सवाल बना हुआ हैं। इस संबंध में ग्राम पंचायत सरपंच लखनलाल बामने से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हमने पंचायत स्तर से हरदा पीएचई विभाग को लिखित आवेदन दिया है लेकिन उन्होंने यहां की जनसंख्या कम बताई गई है।
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