स्तन कैंसर की शीघ्र पहचान और उपचार में होगी कारगर
भोपाल -उप-मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा है कि कैंसर की प्रारंभिक पहचान और उपचार को प्राथमिकता देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। इंदौर के एम.जी.एम मेडिकल कॉलेज एवं एम. वाय. अस्पताल इंदौर में डिजिटल मैमोग्राफी एवं टोमोसिंथेसिस मशीन स्थापित की गई है। इस मशीन से स्तन कैंसर के मामलों की जल्द पहचान और प्रभावी उपचार संभव हो सकेगा।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा श्री विवेक कुमार पोरवाल ने बताया कि 1 करोड़ 75 लाख रुपए लागत की डिजिटल मैमोग्राफी एवं टोमोसिंथेसिस मशीन से स्तन की 3 से 5 मिलीमीटर तक की छोटी से छोटी गठान का भी पता लगाया जा सकेगा। महिला मरीजों को इतनी आधुनिक तकनीक से कम शुल्क में यह जाँच उपलब्ध होगी। मध्य प्रदेश के समस्त मेडिकल कॉलेज एवं शासकीय चिकित्सालयों में इस गुणवत्ता की यह पहली मशीन है। उल्लेखनीय है कि स्तन कैंसर महिलाओं में होने वाले कैंसर का क़रीब 28 प्रतिशत है। स्तन कैंसर के जल्द चिन्हांकन से त्वरित और कारगर उपचार में यह मशीन वरदान साबित होगी
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