Sunday ,19th May 2024

समृद्धि या फिर समस्याओं और जरूरतों के आभाव में मरने का है आधार

समृद्धि या फिर समस्याओं और जरूरतों के आभाव में मरने का है आधार 
 


2014 से पूर्व बीजेपी जब सत्ता से बाहर थी तब कांग्रेस द्वारा आधार कार्ड बनबाने के चलते देश की मेहनतकश 90% जनता के मौलिक अवसर और अधिकार खतरे में थे इसको आधार बनाकर बीजेपी ने सुप्रीम कोर्ट तक का सहारा लिया है और 2014 में बीजेपी के सत्ता में आते ही आधार प्रमुख पहिचान पत्र बनकर भारत के 90% समाजिक ,शैक्षणिक ,आर्थिक ,राजनैतिक दृष्टि से शोषित ,उपेक्षित ,उत्पीड़ित और मौलिक अवसरों और अधिकारों से बंचित इन्सानों के सुख ,सुबिधा ,शिक्षा ,चिकित्सा ,न्याय ,ुरक्षा और सम्मान के लिए प्रमुख अंग कैसे बन गया .एक तरफ देश के मात्र 10% की आबादी बाले लुटेरा बर्ग के कटटर ब्राह्मण ,पूँजी ,सामन्तबादी लोकतान्त्रिक साम्राज्य और व्यबस्था के पोषक व्यक्तियों ,शक्तियों ,सामाजिक - धार्मिक संगठनों ,राजनैतिक दलों ,इनके प्रमुखों ,राजनेताओं ,इनके नेतत्व में बनने बाली केंद्र और प्रदेशों की सरकारों के मंत्रियों ,सांसदों , बिधायकों, समर्थकों के लिए आधार कार्ड से इनकी प्रमुख जानकारियों ,चल - अचल सम्पति की सही और सटीक जानकारी से मुक्त करके और देश के कमेरा बर्ग के प्रत्येक जरूरतों के कार्यो ,जानकारियों ,चल - अचल सम्म्पति के व्योरों को जोड़कर केंद्र की मोदी सरकार आखिर साबित क्या करना चाहती है ?. आधार कारण के आभाव में एक छत्तीषगण की किशोर भूख से तड़फ ,तड़फ कर जान देी है तो दूसरी तरफ देश के पूँजीशाह मोदी और मोदी सरकार के मंत्रियों मो मोटा सुबिधाशुल्क अर्थात लूट की कमाई का हिस्सा देकर हज़ारों करोड़ रूपये लेकर बिदेश भाग जाते है या सरकार उन्हें देश को लूटकर भगाने में प्रमुख भूमिका निभाती है ?. बिदेशी यूरेशियनों अर्थात आरएसएस ,विहिप और बीजेपी के राजनेताओं ,मंत्रियों बास्तव में दोगलेपन और नीचता में बास्तव में विश्व में आपका कोई दूसरा सानी नहीं है . जुल्मों के कहर बर्फ़ाने में तुमने नादिरशाह को भी शर्मिंदा कर दिया है . उक्त विचार जागरूक समाज दल के संस्थापक & राष्ट्रीय अध्यक्ष क्रन्तिकारी गौरव सिंह कुशवाहा ने आज जनहित में जारी प्रेस बिज्ञप्ति में व्यक्त किये .
जसद के संस्थापक क्रन्तिकारी ने कहा है कि जब आधार कार्ड को बनबाने और उसमे संशोधन करने की सुबिधा निशुल्क और ऑनलाइन है तब भी आधार कार्ड बनाने के लायसेंस धारक अनपढ़ इन्सानों से मोटी रकम बसूलने के बाद भी सही और सटीक कार्य नहीं करते है . भूख और भ्र्ष्टाचार मुक्त भारत का नारा देकर केंद्र और प्रदेशों की सत्ता पर कब्ज़ बीजेपी की सरकार आधार के ही माध्यम से भूख और भ्र्ष्टाचार को मजबूती दे रही है .बीजेपी के नेतत्व बाली केंद्र की मोदी सरकार को खुद तय करना चाहिए कि आखिर बो देश की 90% कमेरा जनता को देना क्या चाहते है ?. देश के प्रधान मन्त्री मोदी से आज जागरूक समाज दल आपसे पूछना चाहता है कि लोकसभा 2014 के चुनाबी महासंग्राम के दौरान खुद को जनता का प्रधान सेबक कहने बाला मोदी इनका स्वामी आखिर कौन से लोकतान्त्रिक अवसर और अधिकार का प्रयोग करके बन गया ?. जिस बीजेपी के नेतत्व बाली केंद्र सरकार के प्रधानमन्त्री और बीजेपी द्वारा शासित प्रदेशों के मुख्य मंत्रियों के शासन में मनुष्य के रोज़गार ,सुरक्षा ,न्याय ,चिकित्सा के साथ ,साथ नारी को शिक्षा ,चिकित्सा , असितत्व ,अस्मिता और मौलिक अवसर,अधिकार सुनिश्चित और सुरक्षित ना हो तो उस देश के प्रधान मन्त्री और प्रदेशों के मुख्य मंत्रियों को चुल्लू भर पानी में डूबकर मर जाना चाहिए

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